छत्रपति शिवाजी महाराज: एक महान योद्धा और राष्ट्र निर्माता 1. प्रस्तावना छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा गया है। वे एक महान योद्धा, दूरदर्शी नेता, और महान राष्ट्र निर्माता थे। उनका जीवन वीरता, रणनीतिक कौशल, और समर्पण से भरा हुआ था। 1630 में जन्मे शिवाजी महाराज ने भारती…
VEDANTBABAगौतम बुद्ध (563 ई.पू. – 483 ई.पू.) : अज्ञान से बोध तक की यात्रा 1. राजकुमार सिद्धार्थ का जन्म लगभग ढाई हजार साल पहले, नेपाल के लुंबिनी नामक स्थान पर शाक्य वंश के राजा शुद्धोधन और रानी माया देवी के यहाँ एक पुत्र का जन्म हुआ। उनका नाम रखा गया सिद्धार्थ । जन्म के समय ही ऋषियों ने भविष्यवाणी की थी कि यह बालक या तो महान सम्राट बनेगा या …
VEDANTBABAभगत सिंह: क्रांति की मशाल और युवा चेतना का प्रतीक 1. एक साधारण गांव से असाधारण यात्रा पंजाब के लायलपुर जिले (अब पाकिस्तान) के बंगा गांव में 28 सितंबर 1907 को जन्मे भगत सिंह, एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते थे जिनकी रगों में देशभक्ति बहती थी। उनके पिता किशन सिंह और चाचा अजीत सिंह ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ पहले से ही सक्रिय थे। भगत …
VEDANTBABA1. प्रारंभिक जीवन महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। गांधीजी का पालन-पोषण एक धार्मिक और अनुशासित परिवार में हुआ। उनके पिता करमचंद गांधी पोरबंदर के दीवान थे, और उनकी माता पुतलीबाई एक धार्मिक महिला थीं। गांधीजी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर और राजकोट में प्राप्त क…
VEDANTBABA1. प्रारंभिक जीवन और शिक्षा डॉ. अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम, जिन्हें हम ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम से जानते हैं, 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम नामक छोटे से गांव में जन्मे थे। उनका परिवार बहुत साधारण था। उनके पिता जैनुलअब्दीन एक नाविक थे और उनकी माँ आशियम्मल घरेलू महिला थीं। वे एक धार्मिक और साधारण परिवार से आते थे…
VEDANTBABAसत्यनारायण कथा के महत्व सत्यनारायण कथा का श्रवण करने से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि मानसिक और भौतिक सुख-शांति के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। कुछ प्रमुख लाभइस प्रकार हैं: समस्या का समाधान: सत्यनारायण कथा को श्रद्धा पूर्वक सुनने से जीवन की तमाम समस्याओं का समाधान होता है। कठिनाइयाँ कम ह…
VEDANTBABAअर्थ ध्यानम् कस्तूरीतिलकं ललाटपटले वक्ष:स्थले कौस्तुभं नासाग्रे वरमौत्तिकं करतले वेणुं करे कंकणम । सर्वाड़्गे हरिचन्दनं सुललितं कण्ठे च मुक्तावलि – र्गोपस्रीपरिवेष्टितो विजयते गोपालचूडामणि: ।।1।। फुल्लेन्दीवरकान्तिमिन्दुवदनं बर्हावतंसप्रियं श्रीवत्साड़्कमुदारकौस्तुभधरं पीताम्बरं सुन्दरम । गोपीनां नयनोत्पलार्चिततनुं गोगोपसंघा…
VEDANTBABAशिव तांडव स्तोत्रम् भगवान शिव की आराधना का अत्यंत प्रभावशाली और शक्तिशाली स्तोत्र है, जिसे रावण ने रचा था। यह स्तोत्र शिवजी के तांडव नृत्य, उनके रूप, शक्ति और तेज का वर्णन करता है। रोज़ इसका पाठ करने से साधक के भीतर शिवतत्त्व जाग्रत होता है। जटा टवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम्। डमड्ड डमड्ड डम…
VEDANTBABAसत्यनारायण कथा के महत्व सत्यनारायण कथा का श्रवण करने से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि मानसिक और भौतिक सुख-शांति के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। कुछ प्रमुख लाभइस प्रकार हैं: समस्या का समाधान: सत्यनारायण कथा को श्रद्धा पूर्वक सुनने से जीवन की तमाम समस्याओं का समाधान होता है। कठिनाइयाँ कम ह…
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