المشاركات

عرض المشاركات من مارس, 2025

।। अपराजितायै नमः ।।

صورة
  अपराजितास्तोत्रम् विनियोगः ॐ अस्या वैष्णव्याः पराया अजिताया महाविद्यायाः, वामदेव- बृहस्पति- मार्कण्डेया ऋषयः, गायत्र्युष्णिगनुष्टुप् बृहती- छन्दांसि, लक्ष्मी - नृसिंहो देवता, ॐ क्लीं श्रीं ह्रीं बीजम्, हूँ शक्तिः, सकलकामनासिद्ध्यर्थम् अपराजितविद्यामन्त्रपाठे ध्यानम् ॐ नीलोत्पलदलश्यामां भुजङ्गाभरणान्विताम् । शुद्धस्फटिकसङ्काशां चन्द्रकोटिनिभाननाम् ।। १ ।। शङ्खचक्रधरां देवीं वैष्णवीमपराजिताम् । ॐ बालेन्दुशेखरां देवीं वरदाभयदायिनीम् ।। २।। नमस्कृत्य पपाठैनां मार्कण्डेयो महातपाः ।। ३।। मार्कण्डेय उवाच शृणुध्वं मुनयः सर्वे सर्वकामार्थसिद्धिदाम् । असिद्धसाधनीं देवीं वैष्णवीमपराजिताम् ।। १ ।। ॐ नमो नारायणाय। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, नमोऽस्त्व- नन्ताय, सहस्त्र-शीर्षाय, क्षीरोदार्णवशायिने, शेषभोग-पर्य्यङ्काय, गरुडवाहनाय, अमोघाय, अजाय, अजिताय, पीतवाससे, ॐ वासुदेव, सङ्कर्षण, प्रद्युम्न, अनिरुद्ध, हयग्रीव, मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, अच्युत, वामन, त्रिविक्रम, श्रीधर, राम, राम राम । वरद, वरद, वरदो भ...

श्रीनवग्रहस्तोत्रम्

صورة
जपाकुसुमसङ्काशं काश्यपेयं महाद्युतिम्। तमोऽरिं सर्वपापघ्नं प्रणतोऽस्मि दिवाकरम्॥ १॥ दधिशङ्खतुषाराभं क्षीरोदार्णवसम्भवम्। नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम्॥ २॥ धरणीगर्भसम्भूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्। कुमारं शक्तिहस्तं तं मङ्गलं प्रणम्यहम्॥ ३॥ प्रियङ्गुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम्। सौम्यं सौम्यगुणोपेतं तं बुधं प्रणम्यहम्॥ ४॥

भगवान राम की जीवनी पर 10 महत्वपूर्ण बातें:

صورة
👉 जन्म और परिवार: भगवान राम का जन्म अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के यहाँ त्रेतायुग में हुआ था। उनके तीन भाई थे – लक्ष्मण, भरत, और शत्रुघ्न। वे इक्ष्वाकु वंश के वंशज थे। 👉 राम का विवाह: राम का विवाह जनकपुर की राजकुमारी सीता से हुआ था, जब उन्होंने शिव धनुष तोड़कर स्वयंवर जीता था। 👉 वनवास: सौतेली माँ कैकेयी की मांग पर राम को 14 वर्षों का वनवास मिला। उनके साथ सीता और लक्ष्मण भी गए थे। 👉 लंका युद्ध और रावण वध: वनवास के दौरान रावण ने सीता का हरण कर लिया। राम ने वानर सेना और हनुमान की सहायता से लंका पर चढ़ाई की और रावण का वध किया। 👉 राम की धर्मनिष्ठा: राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। वे आदर्श पुत्र, पति और राजा थे। 👉 आदर्श जीवन: उन्होंने सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलकर सम्पूर्ण जीवन को उदाहरण बना दिया। 👉 रामकथा और भक्ति: राम के जीवन पर अनेक ग्रंथ रचे गए, विशेष रूप से रामायण। भक्त आज भी उन्हें जीवन में आदर्श मानते हैं। 👉 संघर्ष और विजय: उनका जीवन संघर्ष, त्याग और विजय की मिसाल है – जिसमें उन्होंने अधर्म पर धर्म की विजय प्राप्त की...

श्रीशिवमानसपूजा

صورة
   र त्मा लैः कल्पितमासनं हिमजलैः स्नानं च दिव्याम्बरं नानारत्नविभूषितं मृगमदामोदाङ्कितं चन्दनम् । जातीचम्पकबिल्वपत्ररचितं पुष्पं च धूपं तथा दीपं देव दयानिधे पशुपते हृत्कल्पितं गृह्यताम् ॥ १ ॥ सौवर्णे नवरत्नखण्डरचिते पात्रे घृतं पायसं भक्ष्यं पञ्चविधं पयोदधियुतं रम्भाफलं पानकम् । शाकानामयुतं जलं रुचिकरं कर्पूरखण्डोज्ज्वलं ताम्बूलं मनसा मया विरचितं भक्त्या प्रभो स्वीकुरु ॥ २ ॥ छत्रं चामरयोर्युगं व्यजनकं चादर्शकं निर्मलं वीणाभेरिमृदङ्गकाहलकला गीतं च नृत्यं तथा । साष्टाङ्गं प्रणतिः स्तुतिर्बहुविधा ह्येतत्समस्तं मया सङ्कल्पेन समर्पितं तव विभो पूजां गृहाण प्रभो ॥ ३ ॥ आत्मा त्वं गिरिजा मतिः सहचराः प्राणाः शरीरं गृहं पूजा ते विषयोपभोगरचना निद्रा समाधिस्थितिः । सञ्चारः पदयोः प्रदक्षिणविधिः स्तोत्राणि सर्वा गिरो यद्यत्कर्म करोमि तत्तदखिलं शम्भो तवाराधनम् ॥ ४ ॥ करचरणकृतं वाक्कायजं कर्मजं वा श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधम् । विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥ ५ ॥ ॥ इति श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचिता शिवमानसपूजा समाप्ता ॥